Declaring, Initializing and using a pointer variable in Hindi
यदि आपको एक बार ठीक से समझ आ जाये तो pointers के साथ काम करना बहुत ही आसान है। C language में pointers के साथ काम करने के 2 steps है।
- Declaring a pointer
- Initializing a pointer
Declaration of Pointer variable
C में pointers को declare करने के लिए सबसे पहले आप data type declare करते है। ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि int type का pointer variable सिर्फ int type के variables का ही address store कर सकता है।
General syntax of pointer declaration is,
इसके बाद आप asterisk (*) operator को declare करते है। इस operator के बाद आप pointer का नाम declare करते है। एक pointer variable को कोई भी नाम दिया जा सकता है लेकिन वह variable के नाम से match नहीं होना चाहिए और पुरे program में unique होना चाहिए।
few examples:
Initialization of Pointer variable
C में pointers initialize करने के लिए सबसे पहले आप pointer variable को लिखते है। (Initialization part में pointer variable को बिना asterisk operator (*) के लिखा जाता है।) इसके बाद assignment operator (=) लिखा जाता है।
इसके बाद आप ampersand operator (&) (इसे address-of operator भी कहा जाता है।) define करते है। इस operator के बाद आप बिना कोई space दिए variable का नाम लिखते है।
यदि आप declare करते समय pointer variable को assign करने के लिए किस variable के बारे में निश्चित नहीं हैं, तो अपने pointer variable के लिए एक NULL value assign की जाती है। एक पॉइंटर जिसे NULL मान दिया गया है उसे NULL पॉइंटर कहा जाता है।
Operators Used with Pointers
- & (Address-of ) operator – ये operator variable के address को point करता है। इससे से आप किसी भी variable का address प्राप्त कर सकते है।
- * (Value-at) operator – ये operator सिर्फ pointer variables के साथ काम करता है। ये operator किसी particular address पर store की गयी value को represent करता है।
Example
इस उदाहरण में pointers के द्वारा एक variable का address और उसकी value print करवाई गयी है। ये pointers की working का एक बहुत ही simple उदाहरण है।
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