हेलो आज आप लोगो को मैं इनपुट और आउटपुट devices के बारे में बताऊंगा जिसमे आप पढ़ सकते है कि कौन सा device इनपुट है और कौन सा आउटपुट है। इस पोस्ट को पूरा पढ़िएगा अगर अच्छा लगे तो अपने दोस्तों और सोशल मीडिया पर शेयर भी करीएगा।
सबसे पहले मैं यहाँ आपको इनपुट डिवाइस के बारे में बताऊंगाइनपुट डिवाइस में आने वाले युक्ति निम्नलिखित है-
Input Devices:
- Graphics Tablets
- Cameras
- Video Capture Hardware
- Trackballs
- Bar-code reader
- Digital camera
- Game pad
- Joystick
- Keyboard
- Microphone
- MIDI keyboard
- Mouse (pointing device)
- Scanner
- Webcam
- Touchpads
- Pen Input
- Microphone
- Electronic Whiteboard
- OMR
- OCR
- Punch card reader
- MICR (Magnetic Ink character reader)
- Magnetic Tape Drive
Input Devices
1. Key Board (कीबोर्ड) :- कीबोर्ड सबसे महत्वपूर्ण इनपुट डिवाइस है। इससे कंप्यूटर डेटा या सूचनाएँ इनपुट की जाती है। यह टाइपराइटर समान होता है। इसमें कुंजियाँ (keys) दबाकर इनपुट दिए जाते है जैसे - शब्द, संख्याए, अनेक प्रकार चिन्ह टाइप किये जा सकते है।
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इसमें आपको यह कुंजियाँ मिलेंगी
- अल्फाबेट कुंजियाँ (Alphabet Keys) इसके माध्यम आप इंग्लिश अक्षरों को टाइप कर सकते है। बिना शिफ्ट बटन दबाए टाइप करने पर छोटे अक्षर टाइप होंगे अगर आप शिफ्ट को दबाए ही टाइप करेंगे तो वह कैपिटल अक्षर में टाइप होगा
- नंबर कुंजियाँ (Number Keys) यह कुंजी अल्फाबेट बटन्स के ऊपर स्थित रहता है जिसमे आप बिना शिफ्ट के 0-9 तक नंबर टाइप कर सकते है। अगर यही बटन को आप प्रेस करेंगे तो विश्मय चिन्ह, (@) एट चिन्ह, और भी अन्य चिन्ह को आप ला सकते है।
- एस्केप (Escape) इस बटन का प्रयोग कुछ प्रोग्रामो से बाहर आने के लिए किया जाता है। इस बटन से आप किसी पॉपअप या डायलॉग बॉक्स को भी बंद करने के लिए प्रयोग कर सकते है।
- फंक्शन कुंजियाँ (Function Keys) यह बटन F1 से F12 तक होता है। यह चल रहे प्रोग्रामो के ऊपर भी निर्भर करता है। यह परिभाषित विशिष्ट कार्यो में उपयोग किया जाता है। अगर आप जानना चाहते है की किस बटन से क्या होता है तो यह पढ़े कम्प्यूटर के फंक्शन कीस का कार्य
- कर्सर कुंजियाँ (Cursor Keys) इसमें आपको चार बटन मिलेंगे जिसमे ऊपर ↑ निचे ↓ दाएं ⟶ बाएं ← बटन रहता है।
- न्यूमेरिक कीपैड (Numeric Keypad) आपको यह बटन दाएं तरफ मिलेगा। यह कैलकुलेटर के समान होता है। जिसमे आप किसी भी गणितीय कार्य को जल्दी से कर सकते है और कम्प्यूटर में 80% मैथ्स वाले कार्य जैसे जोड़ना, घटाना, गुणा, भागा वाले कार्य इसी बटन से किया जाता है।
2. Mouse (माउस):- का कार्य पोइटिंग के लिए करते है। Mouse सामान्यतः तीन प्रकार के होते है
Wire Mouse यह पॉइंटर डिवाइस है, इसे वायर माउस कहते है। माउस भी दो प्रकार के होते है 1 USB, 2 PS/2 इसका इमेज आप देख सकते है।
जो बाएं तरफ गोल वाला हब दिख रहा है उसे PS/2 कहते है।
और जो दाएं तरफ दिख रहा है उसे USB माउस कहते है।
इसका अविष्कार वर्ष 1963 में स्टैंडफोर्ड रिसर्च सेण्टर में डगलस-सी एंगलबर्ट ने किया था।
इसका अविष्कार वर्ष 1963 में स्टैंडफोर्ड रिसर्च सेण्टर में डगलस-सी एंगलबर्ट ने किया था।
Wireless Mouse यह भी माउस है लेकिन बिना वायर के इसे वायरलेस माउस कहते है।
इसका वायरलेस डिवाइस एक छोटा सा USB कार्ड की तरह होता है।
जिसकी वजह से वायरलेस काम करता है। यह करीब 50 मीटर की दुरी तक काम करता है।
उपरोक्त दोनों माउस के मुख्य चार कार्य
- Left Click यह स्क्रीन पर किसी भी ऑब्जेक्ट को चुनने (Select) करने के लिए होता है।
- Left Double Click इससे आप किसी भी फाइल, फोल्डर, सॉफ्टवेयर को डबल क्लिक करके ओपन करते है।
- Right Click यह आपके डेस्कटॉप पर ऑप्शन के लिए क्लिक करते होंगे और रिफ्रेश करते होंगे। इसका ऑप्शन सभी सॉफ्टवेयर में अलग-अलग होता है।
- Drag and Drop इसका प्रयोग आप किसी भी फाइल को कॉपी करने के लिए अवश्य करते होंगे जिसमे फाइल को सेलेक्ट करके दूसरे ड्राइव में ड्रैग करके ले जाते होंगे जिससे की आपका फाइल कॉपी हो जाता है।
माउस में चार बटन होते है जो इस प्रकार है-
- Left Click इसे हमने आपको ऊपर भी बताया है। इसमें आप किसी भी फाइल, सॉफ्टवेयर, फोटो, को ओपन करने प्रयोग करते है।
- Right Click इससे आप किसी भी सॉफ्टवेयर, ड्राइव, डेस्कटॉप, पर ऑप्शन प्रदर्शित करने के लिए प्रयोग करते है। Note~ ( यह बटन सॉफ्टवेयर के अनुसार काम करता है इसका प्रीव्यू अलग हो सकता है। )
- Scroll wheel स्क्रॉल बटन से आप किसी भी पेज को ऊपर निचे करने के लिए प्रयोग करते है जैसे आप किसी एम एस वर्ड वर्ड की कोई फाइल ओपन रहता है तो उसे स्क्रॉल करके निचे किया जाता है पढ़ने या लिखने के लिए।
- Scroll Button चौथा बटन बहुत काम का है जिससे आप किसी भी फोल्डर या वेबपेज को नए विंडो में ओपन करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। अगर आप नहीं जानते है तो निचे दिए हुए फोटो को देखे।
3. Track Ball (ट्रैकबॉल)
ट्रैकबॉल एक प्रकार का इनपुट पॉइंटिंग डिवाइस है। जिसे माउस की तरह प्रयोग किया जाता है। इसके ऊपर एक बॉल होती है जिससे कर्सर को मूवमेंट करने के लिए प्रयोग करते हैं। इसका प्रयोग निम्नलिखित रूप से किया जाता है-
5. Light Pen (प्रकाशीय कलम)
यह एक हाथ से चलाने वाली इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल पॉइंटिंग इनपुट डिवाइस है। इसका प्रयोग ज्यादातर ड्रॉइंग्स, ग्राफ़िक्स बनाने अथवा मेनू के चुनाव के लिए प्रयोग किया जाता है।
6 . Touch Screen (टच स्क्रीन)
टच स्क्रीन एक प्रकार की इनपुट डिवाइस है, जो उपयोगकर्ता से तब इनपुट लेता है जब उपयोगकर्ता अपनी अँगुलियों को कंप्यूटर स्क्रीन पर रखता है।
इसका प्रयोग इन अनुप्रयोगों (Applications) में होता है
- ए टी एम (ATM) में
- बैंक (Bank) में
- एयरलाइन आरक्षण (Airlines Reservation) में
- मोबाइल (Mobile) में
8 . Optical Mark Reader-OMR (ऑप्टिकल मार्क रीडर)
यह इनपुट डिवाइस जिसका प्रयोग किसी कागज पर बनाए गए चिन्हों को पहचानने के लिए किया जाता है, यह कागज पर प्रकाश की किरण छोड़ता है और प्रकाश की किरण जिस चिन्ह पर पड़ता है उस चिन्ह को ओएमआर रीड करके कंप्यूटर को इनपुट दे देता है ओएमआर की सहायता से किसी वास्तुनिष्ठ प्रकार की प्रयोगात्मक परीक्षा की उत्तर पुस्तिका की जांच की जाती है इसके सहायता से हजारों प्रश्नों का उत्तर बहुत ही कम समय में आसानी से जांचा जा सकता है।
9 . Optical character recognition-OCR (ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन)
यह केवल साधारण चिन्हों को ही नहीं बल्कि छापे गए या हाथ से साफ साफ लिखे गए अक्षरों को को भी पढ़ लेता है, यह प्रकाश स्त्रोत की सहायता से कैरेक्टर की सेप को पहचानता है, इस तकनीक को ऑप्टिकल कैरक्टर रिकॉग्निशन कहा जाता है इसका उपयोग पुराने दस्तावेजों को पढ़ने में किया जाता है। इसका प्रयोग कई अनुप्रयोगों जैसे टेलीफोन, इलेक्ट्रिसिटी बिल, बीमा, प्रीमियम आदि को पढ़ने में किया जाता है ओसीआर की अक्षरों को पढ़ने की गति 1500 से 3000 कैरेक्टर प्रति सेकंड है।
10 . Magnetic Ink Character Reader-MICR (मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रीडर)
इसका उपयोग मैट्रिक्स के रूप में होता है उसके बाद उसे जिद करता है। और रीड करने के बाद सूचनाओं को कंप्यूटर में भेजता है सूचनाओं में कलेक्टर एक विशेष थिंक से छपे होते हैं। जिसमें आयरन कोड होते हैं जिन्हें मैग्नेटाइज किया जा सकता है इस प्रकार की शाही को चुंबकीय स्याही कहते हैं इसका प्रयोग बैंक में, चेक में नीचे छपे मैग्नेटिक इनकोडिंग संख्याओं को पहचानने और प्रोसेस करने के लिए किया जाता है।
11 . Smart Card Reader (स्मार्ट कार्ड रीडर)
स्मार्ट कार्ड रीडर जिसका प्रयोग किसी स्मार्ट कार्ड की माइक्रो प्रोसेसर को एक्सेस करने के लिए किया जाता है। कार्ड समानता प्लास्टिक से बना होता है स्मार्ट कार्ड का प्रयोग बड़ी कंपनियां और संगठनों में सुरक्षा के उद्देश्य से किया जाता है
12 . Biometric sensor (बायोमेट्रिक सेंसर)
बायोमेट्रिक सेंसर एक प्रकार की इनपुट युक्ति है जिसका प्रयोग किसी व्यक्ति की अंगुलियों के निशान को पहचानने के लिए करते हैं, यह अधिकतर यूएसबी हब में आता है। बायोमेट्रिक सेंसर का मुख्य प्रयोग सुरक्षा के उद्देश्य करते हैं, इसका प्रयोग किसी संगठन में कर्मचारियों या संस्थान में विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज करने तथा अब राशन की दुकानों में भी इसका इस्तेमाल हो रहा है, और साथ ही मोबाइल को सिक्योर करने के लिए नए मोबाइल डिवाइस में भी इसका प्रयोग किया जाता है।
13 . Scanner (स्कैनर)
स्कैनर का प्रयोग किसी भी टेक्स्ट या इमेज को स्कैन करने के बाद कंप्यूटर सॉफ्टकॉपी के रूप में सेव करने के लिए प्रयोग करते है, तथा सेव करने के बाद उसमे कुछ भी बदला जा सकता है।
यह एक ऑप्टिकल इनपुट युक्ति है जो इमेज को इलेक्ट्रॉनिक रूप में बदलने के लिए प्रकाश को इनपुट की तरह प्रयोग करता है और फिर चित्र को डिजिटल रूप में बदलने के बाद कंप्यूटर में भेजता है।
14 . Microphone (माइक्रोफोन)
यह भी इनपुट डिवाइस होता है, जिसका प्रयोग कंप्यूटर को साउंड के रूप में इनपुट देने के लिए किया जाता है, माइक्रोफोन आवाज को प्राप्त करता है तथा उसे कंप्यूटर फॉर्मेट में परिवर्तित करता है जिसे डिजिटाइज्ड साउंड या डिजिटल ऑडियो भी कहते हैं।
15 . Webcam or Web Camera (वेबकैम या वेब कैमरा)
वेबकैम एक प्रकार की वीडियो कैपचरिंग नियुक्ति है डिजिटल कैमरा है। जिससे कंप्यूटर के साथ जोड़ा जाता है इसका प्रयोग वीडियो कॉन्फ्रेसिंग और ऑनलाइन चैटिंग अधिकारियों के लिए किया जाता है।
13 . Scanner (स्कैनर)
स्कैनर का प्रयोग किसी भी टेक्स्ट या इमेज को स्कैन करने के बाद कंप्यूटर सॉफ्टकॉपी के रूप में सेव करने के लिए प्रयोग करते है, तथा सेव करने के बाद उसमे कुछ भी बदला जा सकता है।
यह एक ऑप्टिकल इनपुट युक्ति है जो इमेज को इलेक्ट्रॉनिक रूप में बदलने के लिए प्रकाश को इनपुट की तरह प्रयोग करता है और फिर चित्र को डिजिटल रूप में बदलने के बाद कंप्यूटर में भेजता है।
14 . Microphone (माइक्रोफोन)
यह भी इनपुट डिवाइस होता है, जिसका प्रयोग कंप्यूटर को साउंड के रूप में इनपुट देने के लिए किया जाता है, माइक्रोफोन आवाज को प्राप्त करता है तथा उसे कंप्यूटर फॉर्मेट में परिवर्तित करता है जिसे डिजिटाइज्ड साउंड या डिजिटल ऑडियो भी कहते हैं।
15 . Webcam or Web Camera (वेबकैम या वेब कैमरा)
वेबकैम एक प्रकार की वीडियो कैपचरिंग नियुक्ति है डिजिटल कैमरा है। जिससे कंप्यूटर के साथ जोड़ा जाता है इसका प्रयोग वीडियो कॉन्फ्रेसिंग और ऑनलाइन चैटिंग अधिकारियों के लिए किया जाता है।
What is Output Device आउटपुट डिवाइस क्या है
जब कोई कार्य करते समय कंप्यूटर से सिग्नल बाहर जाती है तो उस डिवाइस को हम आउटपुट डिवाइस कहते हैं। जैसे कि स्पीकर यह साउंड को कंप्यूटर से बाहर भेजने के लिए इस्तेमाल किया जाता है ताकि हम सुन सके इसलिए यह आउटपुट डिवाइस है।
इसी तरह प्रिंटर जब हम कोई भी डॉक्यूमेंट या फोटो को प्रिंट करना चाहते हैं तो उसके लिए हमें कंप्यूटर से प्रिंटर में सिग्नल भेजना पड़ता है और तब हमें प्रिंटआउट मिलता है तो प्रिंटर भी एक आउटपुट डिवाइस है।
नोट- प्रिंटर कई प्रकार के होते है जिसके बारे में हम आपको निचे पूरी जानकारी देंगे।
जब कोई प्रिंटर आल इन वन हो तो आउटपुट इनपुट दोनों होता है।
प्रिंटर आउटपुट और इनपुट दोनों में आते है जैसे- जब हम अपने प्रिंटर से स्कैन करते है तो वह इनपुट होता है। और जब हम प्रिंट आउट निकालते है तब यह आउटपुट का कार्य करता है।
ड्रम प्रिंटर्स यह एक प्रकार की लाइन प्रिंटर होते हैं जिसमें एक बेलनाकार ड्रम लगातार घूमता रहता है इस ड्रम में अक्षर उभरे हुए होते हैं ड्रम और कागज के बीच में एक स्याही से लगी हुई रिबन होती है जिस स्थान पर अक्षर छपना होता है उस स्थान पर हैमर कागज के साथ साथ-साथ रिबन पर प्रहार करता है। रिबन पर प्रहार होने से रिबन ड्रम में लगे हुए अक्षर दबाव डालता है, जिससे अक्षर कागज पर छप जाता है।
4. Electrostatic Printer (इलेक्ट्रो स्टेटिक प्रिंटर) इस प्रिंटर का प्रयोग सामान्यतः बड़े फॉर्मेट की प्रीटिंग के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग ज्यादातर बड़े प्रिंटिंग प्रेस में किया जाता है, क्योंकि इनकी गति काफी तेज होती है तथा प्रिंट करने में खर्च कम आता है।
5. Thermal Printer (थर्मल प्रिंटर) पेपर पर अक्षर छापने के लिए ऊष्मा का प्रयोग करता है। ऊष्मा के द्वारा स्याही को पिघलाकर कागज पर छोड़ते हैं। जिससे अक्षर या चित्र छपते हैं। फैक्स मशीन भी एक प्रकार का थर्मल प्रिंटर है।
3. Plotter (प्लॉटर) एक आउटपुट युक्ति है जिसका प्रयोग बड़ी ड्राइंग या चित्र जैसे कि कंस्ट्रक्शन प्लान (construction Plans) मेकेनिकल वस्तुओं की प्रिंट, AUTOCAD, CAD/CAM आदि के लिए करते हैं इसमें ड्राइंग बनाने के लिए पेन पेंसिल मारकर आदि राइटिंग टूल का प्रयोग होता है प्लैटर मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं-
4. Head Phones (हेड फ़ोन्स) इस ऑउटपुट युक्ति को सर पर बेल्ट की तरह पहना जाता है, जिससे दोनों स्पीकर मनुष्य के कान के ऊपर आ जाते हैं। इसलिए सिर्फ वही व्यक्ति सुन सकता है जो पहना है। किसी-किसी हेडफोन में माइक भी लगा होता है जिससे सुनने के साथ-साथ बात भी की जा सकती है। इस उपकरण का प्रयोग ज्यादातर टेलीफोन ऑपरेटरों, कॉल सेंटर आदि द्वारा प्रयोग किया जाता है। इसे स्टीरियो फोन या हेडसेट के नाम से भी जाना जाता है।
5. Speaker (स्पीकर) यह एक प्रकार की आउटपुट युक्ति होती है जो कंप्यूटर से प्राप्त आउटपुट को आवाज के रूप में सुनाती है यह कंप्यूटर से डाटा विद्युत धारा के रूप में प्राप्त करता है।
6. Projector (प्रोजेक्टर) इस डिवाइस का प्रयोग कंप्यूटर से प्राप्त सूचना या डाटा को एक बड़ी स्क्रीन पर देखने के लिए करते हैं इसकी सहायता से एक समय में बहुत सारे लोग एक समूह में बैठकर कोई परिणाम देखसकते हैं इसका प्रयोग क्लास रूम, ट्रेनिंग या एक बड़े कॉंफ्रेंस हाल में ज्यादा संख्या में दर्शक हो ऐसे जगह पर लगाए जाते हैं।
OUTPUT DEVICES:
- Monitor (LED, LCD, CRT etc)
- Printers (all types)
- Plotters
- Projector
- LCD Projection Panels
- Computer Output Microfilm (COM)
- Speaker(s)
- Head Phone
- Visual Display Unit
- Film Recorder
- Microfiche
मानीटर को विजुअल डिस्प्ले युक्ति भी कहते हैं मॉनिटर सीपीयू से प्राप्त परिणाम को सॉफ्ट कॉपी के रूप में दिखाता है मैटर पर चित्र छोटे छोटे बिंदुओं को शामिल कर बनता है इन बिंदुओं को पिक्सेल कहते हैं किसी पिक्चर की स्पष्टता तीन तत्वों पर निर्भर करती है
- स्क्रीन का रेसोलुशन
- डॉट पिच
- रिफ्रेश रेट
कुछ प्रमुख प्रयोग में आने वाले मॉनिटर निम्न है-
Cathode Ray Tube (CRT)
यह एक आयताकार बॉक्स की तरह दिखने वाला मॉनिटर होता है इसे डेस्कटॉप कंप्यूटर के साथ आउटपुट देखने के लिए प्रयोग करते हैं यह आकार में बड़ा तथा भारी होता है। इसके साथ-साथ बिजली की खपत भी ज्यादा होती है।
Liquid Crystal Display (LCD)
यह सीआरटी की अपेक्षा में काफी हल्की किंतु महंगी आउटपुट युक्ति है। इसका प्रयोग लैपटॉप में, नोटबुक में,पर्सनल कंप्यूटर में, डिजिटल घड़ी, आदि में किया जाता है। एलसीडी में दो प्लेट होते हैं इन प्लेटों के बीच में एक विशेष प्रकार का द्रव भरा जाता है जब प्लेट के पीछे से प्रकाश निकलता है, तो प्लेट्स के अंदर के द्रव अलाइन होकर चमकते है, जिससे चित्र दिखाई देने लगती है।
Light Emitted Diode (LED)
यह मॉनिटर आजकल घरों में टेलीविजन की तरह प्रयोग किया जाता है इसके अंदर छोटे-छोटे एलईडी (Light Emitted Diode) है जब विद्युत धारा इन एलईडी से गुजरती है तो यह एलईडी चमकने लगती है और चित्र एलईडी की स्क्रीन पर दिखाई देने लगता है।
Printers ( प्रिंटर्स )
प्रिंटर्स एक प्रकार का आउटपुट युक्ति है इसका प्रयोग कंप्यूटर से प्राप्त डाटा और सूचना को किसी कागज पर प्रिंट करने के लिए करते हैं। यह ब्लैक और व्हाइट के साथ-साथ कलर डॉक्यूमेंट को भी प्रिंट कर सकता है किसी प्रिंटर की गति कैरेक्टर प्रति सेकंड (Character Per Second-CPS) में, लाइन प्रति मिनट (Line Per minute-LPM) में, और पेजस प्रति मिनट (Pages Per Minute-PPM में मापी जाती है। किसी प्रिंटर की क्वालिटी डॉट प्रति इंच (Dots Per Inch-DPI) में मापी जाती है प्रिंटर को दो भागों में बांटा गया है-- Impact printer ( इंपैक्ट प्रिंटर )
- None-Impact printer (नॉन इंपैक्ट प्रिंटर)
Impact Printers
इंपैक्ट प्रिंटर यह प्रिंटर टाइपराइटर की तरह कार्य करता है इसमें अक्षर छापने के लिए छोटे-छोटे पीन लया हैमर्स होते हैं। इन पिनों पर अक्षर बने होते हैं। ये पिन स्याही से लगे हुए रिबन और उसके बाद पेपर पर प्रहार करते हैं जिससे अक्षर पेपर पर छप जाता है। इंपैक्ट प्रिंटर एक बार में एक कैरेक्टर या 1 लाइन प्रिंट कर सकता है। यह प्रिंटर दूसरे प्रिंटर की तुलना में सस्ते होते हैं और प्रिंटिंग के दौरान आवाज अधिक करते हैं इसलिए इनका प्रयोग कम होता है। इम्पैक्ट प्रिंटर 3 प्रकार के होते हैं-
Dot Matrix Printer (डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर)
मैट्रिक्स प्रिंटर में पिनों की एक पक्ति होती है, जो कागज के ऊपरी सिरे रिबन पर प्रहार करते है जब पिन रिबन पर प्रहार तो डॉट्स (dots) का एक समूह एक मैट्रिक्स के रूप में कागज पर पड़ता है जिससे अक्षर या चित्र छप जाते हैं इस प्रकार के प्रिंटर को पिन प्रिंटर भी कहते हैं। डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर एक बार में एक ही करैक्टर प्रिंट करता है।
Daisy Wheel Printers (डेज़ी व्हील प्रिंटर)
डेजी व्हील प्रिंटर में कैरेक्टर की छपाई टाइपराइटर की तरह होती है। यह डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर की अपेक्षा अधिक रेसोलुशन की प्रिंटिंग करता है तथा इसका आउटपुट डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर की अपेक्षा ज्यादा विश्वसनीय (Reliable) होता है।
Line Printers लाइन प्रिंटर इस प्रकार के प्रिंटर के द्वारा एक बार में पूरी एक लाइन प्रिंट होती है।
Drum Printers (ड्रम प्रिंटर्स )
ड्रम प्रिंटर्स यह एक प्रकार की लाइन प्रिंटर होते हैं जिसमें एक बेलनाकार ड्रम लगातार घूमता रहता है इस ड्रम में अक्षर उभरे हुए होते हैं ड्रम और कागज के बीच में एक स्याही से लगी हुई रिबन होती है जिस स्थान पर अक्षर छपना होता है उस स्थान पर हैमर कागज के साथ साथ-साथ रिबन पर प्रहार करता है। रिबन पर प्रहार होने से रिबन ड्रम में लगे हुए अक्षर दबाव डालता है, जिससे अक्षर कागज पर छप जाता है।
None-Impact Printers (नॉन इंपैक्ट प्रिंटर)
ये प्रिंटर कागज पर प्रहार नहीं करते, बल्कि अक्षर या चित्र प्रिंट करने करने के लिए स्याही की फुहार कागज पर छोड़ती है। नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर प्रिंटिंग में इलेक्ट्रोस्टेटिक केमिकल और इंकजेट तकनिकी का करते है।
नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर निम्न प्रकार के होते है-
1. Inkjet printer (इंकजेट प्रिंटर) इंकजेट प्रिंटर में कागज पर स्याही की फुहार द्वारा छोटे-छोटे बिंदु डालकर छपाई करती है। इनकी छपाई की गति 1 से 4 पेज प्रति मिनट होती है। इनकी छपाई की गुडवत्ता भी अच्छी होती है। ये विभिन्न प्रकार रंगो वाले चित्र और अक्षर को छाप सकता है। इन प्रिंटरों की छपाई के लिए A4 आकार के पेपर का इस्तेमाल होता है।
नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर निम्न प्रकार के होते है-
1. Inkjet printer (इंकजेट प्रिंटर) इंकजेट प्रिंटर में कागज पर स्याही की फुहार द्वारा छोटे-छोटे बिंदु डालकर छपाई करती है। इनकी छपाई की गति 1 से 4 पेज प्रति मिनट होती है। इनकी छपाई की गुडवत्ता भी अच्छी होती है। ये विभिन्न प्रकार रंगो वाले चित्र और अक्षर को छाप सकता है। इन प्रिंटरों की छपाई के लिए A4 आकार के पेपर का इस्तेमाल होता है।
2. Laser Printer (लेजर प्रिंटर) लेजर प्रिंटर के द्वारा उच्च गुणवत्ता के अक्षर और चित्र छापे जाते हैं। यह विभिन्न प्रकार के और विभिन्न स्टाइल के अक्षर को लेजर किरणों की सहायता से छाप सकते हैं।
3. Electromagnetic Printer (इलेक्ट्रोमैग्नेटिक प्रिंटर) इलेक्ट्रोमैग्नेटिक प्रिंटर या इलेक्ट्रो फोटोग्राफिक प्रिंटर बहुत तेज गति से छपाई करते हैं। यह प्रिंटर्स, पेज प्रिंटर (जो एक बार में पूरा पेज प्रिंट करते हो) कि श्रेणी में आते हैं यह प्रिंटर किसी डॉक्यूमेंट में 1 मिनट के अंदर 20000 लाइनें प्रिंट कर सकते हैं। अर्थात 250 पेज प्रति मिनट की दर से छपाई कर सकते हैं इसका विकास पेपर कॉपी है तकनीक के माध्यम से किया गया था।
4. Electrostatic Printer (इलेक्ट्रो स्टेटिक प्रिंटर) इस प्रिंटर का प्रयोग सामान्यतः बड़े फॉर्मेट की प्रीटिंग के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग ज्यादातर बड़े प्रिंटिंग प्रेस में किया जाता है, क्योंकि इनकी गति काफी तेज होती है तथा प्रिंट करने में खर्च कम आता है।
5. Thermal Printer (थर्मल प्रिंटर) पेपर पर अक्षर छापने के लिए ऊष्मा का प्रयोग करता है। ऊष्मा के द्वारा स्याही को पिघलाकर कागज पर छोड़ते हैं। जिससे अक्षर या चित्र छपते हैं। फैक्स मशीन भी एक प्रकार का थर्मल प्रिंटर है।
3. Plotter (प्लॉटर) एक आउटपुट युक्ति है जिसका प्रयोग बड़ी ड्राइंग या चित्र जैसे कि कंस्ट्रक्शन प्लान (construction Plans) मेकेनिकल वस्तुओं की प्रिंट, AUTOCAD, CAD/CAM आदि के लिए करते हैं इसमें ड्राइंग बनाने के लिए पेन पेंसिल मारकर आदि राइटिंग टूल का प्रयोग होता है प्लैटर मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं-
- Flat Bed Plotter (फ्लैट बेड)
- Drum Plotter (ड्रम प्लॉटर)
4. Head Phones (हेड फ़ोन्स) इस ऑउटपुट युक्ति को सर पर बेल्ट की तरह पहना जाता है, जिससे दोनों स्पीकर मनुष्य के कान के ऊपर आ जाते हैं। इसलिए सिर्फ वही व्यक्ति सुन सकता है जो पहना है। किसी-किसी हेडफोन में माइक भी लगा होता है जिससे सुनने के साथ-साथ बात भी की जा सकती है। इस उपकरण का प्रयोग ज्यादातर टेलीफोन ऑपरेटरों, कॉल सेंटर आदि द्वारा प्रयोग किया जाता है। इसे स्टीरियो फोन या हेडसेट के नाम से भी जाना जाता है।
5. Speaker (स्पीकर) यह एक प्रकार की आउटपुट युक्ति होती है जो कंप्यूटर से प्राप्त आउटपुट को आवाज के रूप में सुनाती है यह कंप्यूटर से डाटा विद्युत धारा के रूप में प्राप्त करता है।
6. Projector (प्रोजेक्टर) इस डिवाइस का प्रयोग कंप्यूटर से प्राप्त सूचना या डाटा को एक बड़ी स्क्रीन पर देखने के लिए करते हैं इसकी सहायता से एक समय में बहुत सारे लोग एक समूह में बैठकर कोई परिणाम देखसकते हैं इसका प्रयोग क्लास रूम, ट्रेनिंग या एक बड़े कॉंफ्रेंस हाल में ज्यादा संख्या में दर्शक हो ऐसे जगह पर लगाए जाते हैं।
I Hope आप लोगो को यह पोस्ट अच्छा लगा होगा।
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Nice information thank u...
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